किसी अंधेरे कमरे में
सीलन भरे कोने की
ठंडी दीवार से बात करते हुए
जो स्त्री रो रही है
क्या कोई उस स्त्री के बारे में जानता है?
जो उसके बारे में नहीं जानता
वह अपनी मां के बारे में क्या जानता है
और पत्नी के बारे में
वह शायद ही जानता है
अपनी बहिन और बेटी के बारे में
जो एकांत में बिलखती स्त्री के बारे में
कुछ नहीं जानता
वह धरती के बारे में क्या जानता है?
- कैलाश मनहर
